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रूठी हुई प्रेमिका को मनाने के लिए सुपर हिट गीत

यूं तो हमने लाख हसीं देखे हैं,

तुमसा नहीं देखा, तुमसा नहीं देखा,

यूं तो हमने लाख हसीं देखे हैं, तुमसा नहीं देखा,

उफ़ ये नज़र उफ़ ये अदा,

कौन न अब होगा फ़िदा,

ज़ुल्फ़ें हैं या बदलियां, आँखें हैं या बिजलियां,

जाने किस किसकी आएगी कज़ा,

यूँ तो हमने लाख हंसीं देखे हैं,

तुमसा नहीं देखा, तुमसा नहीं देखा,

तुम भी हंसीं रुत भी हंसीं

आज ये दिल बस में नहीं

रास्ते ख़ामोश हैं, धड़कने मदहोश हैं,

पिये बिन आज हमे चढ़ा हैं नशा,

यूँ तो हमने लाख हंसीं देखे हैं,

तुमसा नहीं देखा, तुमसा नहीं देखा,

तुम न अगर बोलोगे सनम,

मर तो नहीं जाएंगे हम,

क्या परी या हूर हो,

इतनी क्यूँ मग़रूर हो,

मान के तो देखो कभी किसीका कहा,

यूँ तो हमने लाख हंसीं देखे हैं,

तुमसा नहीं देखा, तुमसा नहीं देखा,

फिल्म – तुमसा नहीं देखा – (प्रदर्शित 1957)

गीतकार – मजरूह सुल्तानपुरी

संगीतकार – ओ.पी. नैयर   

गायक कलाकारमोहम्मद रफ़ी

कलाकार – शम्मी कपूर, अमीता और सुन्दर

(इतनी सारी तारीफें करने के बाद भी अगर आपकी प्रेमिका राज़ी न हो, तब आप ये उलाहना दे सकते हैं)

तुम न अगर बोलोगे सनम,

मर तो नहीं जाएंगे हम,

क्या परी या हूर हो,

इतनी क्यूँ मग़रूर हो,

मान के तो देखो कभी किसीका कहा,

यूं तो हमने लाख हसीं देखे हैं,

तुमसा नहीं देखा, तुमसा नहीं देखा,

यूं तो हमने लाख हसीं देखे हैं, तुमसा नहीं देखा,

(Video courtesy YouTube)